मानव सम्पदा पोर्टल के जरिये खुला अनामिका शुक्ला का राज, 25 जिलों का प्रशासन हलकान - Anamika Shukla secret exposed by manav sampda
प्रदेश के 25 जिलों में नौकरी कर रही अनामिका शुक्ला पर आखिरकार शासन की शिकंजा कसना शुरू हो गया है। शनिवार को कई जिलों में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

वहीं, रायबरेली में बछरावां थाने में तहरीर दी गई है। अलीगढ़ में भी रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही अनामिका को बर्खास्त कर विद्यालय की वार्डन, अकाउंटेंट और बालिका शिक्षा जिला समन्वयक गजेंद्र सिंह को भी नोटिस जारी किए। अनामिका प्रयागराज के सोरांव तहसील में भी तैनात थी। यहां उसने करीब चार महीने नौकरी की। अब सेवा समाप्त करने और एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश एडी (बेसिक) ने बीएसए को दिए हैं। अंबेडकरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आलापुर थाने में आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए पुलिस को तहरीर दी गई है।

फर्जी नियुक्तियों की जांच की आंच नौ जिलों में: अनामिका शुक्ला से जुड़े मामले की जांच में अब तक नौ जिलों में अनियमितता सामने आई है। इनमें वाराणसी, अलीगढ़, कासगंज, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, बागपत, सहारनपुर और अंबेडकरनगर जिले शामिल हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इन नौ जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उधर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने केजीबीवी में तैनात शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्रों का सत्यापन व जांच तत्काल करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस फर्जीवाड़े में विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

केजीबीवी के शिक्षक व स्टाफ कल से विद्यालय में रहेंगे उपस्थित : नए शैक्षिक सत्र की तैयारियों के लिए केजीबीवी के सभी शिक्षकों व स्टाफ को आठ जून से विद्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।

मानव संपदा पोर्टल पर फीडिंग के जरिये पकड़ में आया पूरा ‘खेल’

कासगंज : अभी तक उजागर नहीं हुआ है कि असली अनामिका शुक्ला कौन है, लेकिन काकस का खेल पकड़ में आ गया है। एक ही दस्तावेज को कई जिलों में प्रयोग कर कॉकस ने कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रओं को भी कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में शिक्षिका बना डाला। अगर मानव संपदा पोर्टल पर फीडिंग नहीं होती तो शायद कॉकस का यह खेल भविष्य में भी जारी रहता।

17 हजार रुपये के लालच में कासगंज पहुंची थी

कासगंज : कासगंज में नौकरी कर रही कथित अनामिका कपड़े एवं बैंक में पड़े हुए रुपयों के लालच में फंस गई। शनिवार को वह पहले केजीबी आवासीय स्कूल पहुंची, लेकिन गेट पर ताला लगा था। लेखाकार राहुल को फोन कर सामान निकालने की बात कही तो उसने कहा कि बीएसए दफ्तर में संपर्क करो। बताया जाता है इसके बाद वह इलाहाबाद बैंक पहुंची। यहां पर साथ आए युवक को बैंक में भेज 17 हजार रुपये निकालने का प्रयास किया, लेकिन बीएसए द्वारा खाता सीज करा देने से रुपये नहीं निकल सके। बैंक एवं केजीबी से बीएसए के पास फोन पहुंच गया, ऐसे में विभाग अलर्ट हो गया। यही वजह रही कि जब इसका साथी बीएसए दफ्तर में त्यागपत्र लेकर पहुंचा तो कर्मचारियों ने उसे बैठा लिया। सड़क पर पहुंचकर कार से शिक्षिका को पकड़ा तो उस वक्त कार में एक युवक और था, जो भाग खड़ा हुआ। स्विफ्ट डिजायर कार भी किराए की बताई जा रही है। वहीं साथ में आए युवक ने पहले तो शिक्षिका से गांव का रिश्ता बताते हुए बचने का प्रयास किया, लेकिन देर शाम पूछताछ में पता चला कि वह इसका भाई है।

अनामिका शुक्ला के प्रमाण पत्र

हाईस्कूल : 76.83

इंटर : 78.60

बीएससी : 55.61

बीएड : 76.50

(नोट: सभी अंक फीसद में हैं। टीईटी में अनामिका शुक्ला के मूल अभिलेख में 91 अंक हैं।)

इस राज के पीछे का ‘राज’

जासं, मैनपुरी : अनामिका की नौकरी लगवाने वालों में मैनपुरी निवासी राज नाम के युवक का नाम सामने आया है। ये राज कौन है? मैनपुरी में कहां रहता है? उसने किस प्रकार अनामिका को शैक्षिक अभिलेख उपलब्ध कराए हैं? इसके साथ ही और भी तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं।