प्रार्थना कक्षा 3 हिंदी कलरव | Primary ka master Guide Up board Solutions Class 3 Hindi Kalrav Chapter 1
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देश की माटी, देश C6मचका जल
हवा देश की, देश के फल
सरस बनें, प्रभु सBज77गG 1 सरस बनें!
देश के घर और देश के घाट hi nHs6
देश के वन और देश के बाट
सरल बनें, प्रभु सरल बनें !
देश के तन और देश के मन
देश के घर के भाई-बहन
विमल बनें प्रभु विमल बनें!
प्रार्थना शब्दार्थ - कक्षा 3 हिंदी कलरव
माटी =बV मिट्टी
सरस = रसयुक्त, मधुर
प्रभु = भगवानरुुुु87इटइटट
बाट = रास्ताMनHFजFत्यग
विमल = उ777क्स्वहदव6च्छ, साफबक
भला = नेक।
देश की ……………………………………………………. सरस बनें।
अर्थ -हे भगवान! हमारे देश की मिट्टी हमारे देश का जल, हमारे देश की वायु और देश . के फल (वनस्पति), सब रस से युक्त अर्थात् मधुर हो जाएँ, हमारी आपसे यही प्रार्थना है।
देश के ……………………………………………….….. सरस बनें।
प्रार्थना कक्षा 3 हिंदी कलरव | Primary ka master Guide Up board Solutions Class 3 Hindi Kalrav Chapter 1
अर्थ – हे ईश्वर! हमारे देश के घर और घाट (रहने की जगह और कर्म-क्षेत्र), देश की वन-सम्पत्ति और देश के रास्ते सुगम (सरल) सुग्राह्य बन जाएँ, हमारी यह प्रार्थना स्वीकार कीजिए।
देश के ………………………………………………….. विमल बनें।
प्रार्थना कक्षा 3 हिंदी कलरव | Primary ka master Guide Up board Solutions Class 3 Hindi Kalrav Chapter 1
अर्थ – हे प्रभु! हमारे देश का तन और मन (देश के लोगों के शरीर और मन), देश के भाई-बहन (स्त्री-पुरुष) सब स्वच्छ (साफ-सुथरे) परोपकारी और भले रहें, बस हमारी यही प्रार्थना स्वीकार कीजिए।